पटना : बिहार की राजधानी पटना में लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा की तैयारी जोरों पर है। जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से राजधानी के विभिन्न गंगा घाटों की सफाई करवाकर उन्हें छठ पूजा के लिए तैयार करवाया जा रहा है। हालांकि, गंगा नदी का जलस्तर नीचे जाने के बाद कई घाटों पर पानी नहीं है। इससे छठ व्रतियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, अगर प्रशासन की ओर से गंगा नदी पर 20 मीटर का चैनल बना दिया जाए तो शहर के छठ घाटों पर गंगा का निर्मल जल पहुंच सकता है।
पटना में शताब्दी द्वार के ठीक सामने गंगा नदी करीब एक किलोमीटर दूर बह रही है। पास में ही एक पुराना चैनल बना हुआ तो गंगा को घाटों के करीब लाने के लिए बनाया गया था। इसमें पानी है, लेकिन वो ठहरा हुआ है। जहां से यह चैनल निकल रहा है, वहीं से करीब 20 मीटर दूर गंगा नदी की मुख्य धारा बह रही है। यदि मुख्य धारा और चैनल के बीच मिट्टी उड़ाही कर दोनों को मिला दिया जाए तो वंशी घाट, काली घाट, कदम घाट, पटना कॉलेज घाट, कृष्णा घाट और एनआईटी घाट पर गंगा का निर्मल जल पहुंच जाएगा।
छठ पूजा के दौरान इन घाटों पर कम से कम एक लाख श्रद्धालु पहुंचते हैं। अभी छठ महापर्व शुरू होने में कुछ दिन का समय बचा है। ऐसे में अगर प्रशासन शताब्दी द्वार के पास सामने स्थित चैनल और गंगा की मुख्य धारा को मिलाने का प्रयास करता है और इसमें कामयाबी मिलती है तो छठ पर गंगा घाटों का दृश्य देखने लायक होगा। साथ ही लोगों को भी काफी सहूलियत होगी।
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