पटना: नीट पेपर लीक मामले पर बिहार में सियासत अपने चरण पर है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर सत्ताधारी दलों और महागठबंधन के दलों के बीच जारी है। हाल ही में आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पेपर लीक के मुख्य आरोपी संजीव मुखिया की पत्नी ममता देवी और सीएम नीतीश के फोटो मीडिया में दिखाए थे। और ये आरोप लगाया था कि सत्ताधारी दल आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। जिसके जवाब नीतीश के मंत्री और जेडीयू नेता श्रवण कुमार ने दिया है।
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा हम लोग हमेशा जनता के बीच रहते हैं, और साथ में तस्वीर लेने पर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं है। ऐसे में कोई भी फोटो खिचा लेता है। पेपर लीक मामले में जिन लोगों की भी संलिप्तता सामने आएगी उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। उन्होने कहा कि जांच एजेंसी पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता से अपना काम कर रही है। बच्चों का भविष्य बर्बाद करने वाले किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
जदयू प्रदेश कार्यालय में जनसुनवाई कार्यक्रम के बाद ये बात मंत्री श्रवण कुमार ने कही। इससे पहले आरजेडी के मनोज झा ने कहा था कि संजीव मुखिया, जो बीपीएससी परीक्षा की हेराफेरी में भी सूत्रधार थे। उनके बेटे शिव का नाम आया, जिसने बाहर से ही जमानत ले ली, संजीव मुखिया कौन है उसको जानने के लिए रॉकेट साइंस की जरूरत नहीं है, संजीव मुखिया की पत्नी जेडीयू की बड़ी नेता हैं, चुनाव लड़ चुकी हैं। इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार के साथ तस्वीर भी दिखाई। सवाल उठाया कि जो किंगपिन है उसको बचाने की कोशिश क्यों हो रही है?
वहीं बीजेपी और जेडीयू नीट पेपर लीक में तेजस्वी के पीए प्रीतम कुमार का नाम आने के बाद से हमलावर हैं। और आरजेडी के करीबियों पर एक के बाद एक आरोप लगा रहे हैं। वैसे आपको बता दे नीट पेपर लीक की जांच सीबीआई कर रही है। और 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर चुकी है।
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