पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री और लालू यादव की पार्टी आरजेडी के नेता चंद्रशेखर यादव का विवादों से गहरा नाता बन गया है। पार्टी के बड़े नेता और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के नसीहत को भी प्रोफेसर चंद्रशेखर ने अनसुना कर दिया। रामचरितमानस को पोटैशियम साइनाइड बताने वाले प्रोफेसर चंद्रशेखर ने रविवार को भगवान राम को लेकर विवादित बात कही। इससे फिर बिहार की सियासत गरमा सकती है। सीएम नीतीश कुमार समेत जदयू भी चंद्रशेखर के बयानों से खुश नहीं रहते। चंद्रशेखर ने संघ प्रमुख मोहन भागवत को भी आड़े हाथो लिया।
सुपौल में शिक्षकों के एक समूह को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि भगवान राम सपने में आए थे। वे कह रहे थे कि मुझे वे लोग (बीजेपी वाले) बेच रहे हैं। मुझे खुले बाजार में रख दिया है। चंद्रशेखर मुझे बचा लो। यह बयान देकर चंद्रशेखर ने बीजेपी और अन्य विरोधी पार्टियों को मौका दे दिया है।
तेजस्वी यादव ने दी थी यह नसीहत
पोटैशियम साइनाइड वाले बयान के बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव ने शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर को रामचरितमानस पर टिप्पणी करने को लेकर नसीहत दी थी। तेजस्वी ने कहा था कि शिक्षा मंत्री को इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए। कहा कि वे जिस विभाग के मंत्री हैं। उस विभाग को लेकर बातें करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान में सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है। हम सभी लोग हमेशा हर धर्म का सम्मान करते हैं। मंत्री को अपने विभाग में ज्यादा ध्यान देना चाहिए। उससे जुड़ी बातें करनी चाहिए। नकारात्मक बातें नहीं करनी चाहिए।
भगवान का अनुकरण नहीं कर रहे
दरअसल रविवार को देर रात शिक्षा मंत्री पिपरा प्रखंड के रामपुर गांव आए। जहां पूर्व शिक्षक संघ के अध्यक्ष स्व लक्ष्मी यादव के पुण्य तिथि के अवसर पर उन्होंने स्व लक्ष्मी यादव को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने शबरी के झूठे बेर खाए, लेकिन आज शबरी का बेटा मंदिर नहीं जा सकता,यह दुखद है,राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री को रोक दिया जाता है, गंगाजल से धोया जाता है। ईश्वर ने शबरी का झूठा खाकर संदेश दिया था। भगवान भी जाति व्यवस्था से कुपित थे। सोचा होगा हम खा लेंगे तो दुनिया खाने लगेगी। लेकिन उसे अकेले छोड़ दिया। खाली धूप बत्ती दिखाकर उसे छोड़ दिया जाता है। उसका अनुकरण नहीं किया जाता।
मोहन भागवत पर किया हमला
इस अवसर पर उन्होंने कई तरह के धार्मिक ज्ञान भी दिए। उन्होंने कहा की भगवान राम उनके सपने में आए थे और कहा कि देखो चंद्रशेखर हमको इनलोगों ने बाजार में बेच दिया है। हमको बिकने से बचा लो। इसलिए हम का ही कभार इस तरह की बात कर देते हैं। उन्होंने कहा कि बाबा धर्मराज मर्यादा पुरुषोत्तम थे। जिन्होंने जाति व्यवस्था को खत्म करते हुए संदेश देकर चले गए। चंद्रशेखर ने संघ प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधा। कहा कि हम तो केवल एक बार बोले लेकिन मोहन भागवत ने दो बार बोला। लोग हमारी जीभ काटने पर दस करोड़ का इनाम रख दिया। लेकिन मोहन भागवत के विरोध में दस रुपए का भी इनाम नहीं रखा।केके पाठक पर निकाली भड़ास
शिक्षा मंत्री ने इशारों में केके पाठक पर भी हमला किया। मौजूद शिक्षकों से भी कई बातें कही। कहा कि उनके सम्मान को मंत्री के तरफ से कभी ठेस नहीं पहुंचेगी। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा- ये अलग बात है कि कुछ सिरफिरे लोग का ही कभार आ जायेंगे कुछ कह के चले जायेंगे उसका खयाल भी नहीं कीजिएगा। क्योंकि ऐसे लोग सरकार का संदेश भी नहीं दे पाएंगे। सरकार का संदेश मुख्यमंत्री या शिक्षा मंत्री ही देंगे।
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