मुजफ्फरपुर। आखिर भक्तों के इंतजार की घड़ियां खत्म हुई। करीब 80 दिनों के बाद सोमवार को भक्तों के लिए मंदिरों के पट खोल दिए गए। पूजन और दर्शन के लिए अलसुबह से ही मंदिरों में भक्तों का आना शुरू हो गया था। पूजा के बाद वे प्रफुल्लित मन से घर लौट रहे थे। सरकार के निर्देशानुसार, कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए पूरी सतर्कता बरती गई।
बाबा गरीबनाथ मंदिर में सुबह की प्रधान आरती के बाद भक्तों के लिए पट खोल दिया गया। सर्वप्रथम पुजारी बच्चा पाठक ने बाबा की पूजा व आरती की। मंदिर के पुजारी पंडित अभिषेक पाठक ने बताया कि सुबह पांच बजे ही भक्तों का आना शुरू हो गया। मंदिर के प्रवेश के पूर्व लोगों को सैनिटाइज किया गया। सबने चेहरे पर मास्क लगा रखे थे। देर शाम तक करीब पांच सौ लोग बाबा के जलाभिषेक व दर्शन के लिए पहुंचे थे। इधर, रमना स्थित देवी मंदिर, मां बगलामुखी मंदिर, गोला रोड स्थित दुर्गा स्थान, रामदयालु स्थित मां मनोकामना देवी मंदिर, ब्रह्मापुरा स्थित बाबा सर्वेश्वरनाथ मंदिर सह महामाया स्थान, मां खंडेश्वरी देवी मंदिर, लक्ष्मी चौक स्थित मां महालक्ष्मी मंदिर, सूतापट्टी स्थित श्री श्याम मंदिर, सिकंदरपुर स्थित श्री राणी सती दादी मंदिर आदि जगहों पर भी श्रद्धालु पूजा के लिए पहुंचे।
औराई में बाबा आनंद भैरव के कपाट खुले : ऐतिहासिक श्री आनंद भैरव नाथ मनोकामना शिवलिंग के कपाट सोमवार को थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार यादव द्वारा नुनू पंडा समेत अन्य पंडा द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार व प्रार्थना करके खोल दिए गए। लॉकडाउन से 22 मार्च से कपाट बंद थे। पुजारी ने श्रद्धालुओं व शिव भक्तों से आग्रह किया कि प्रशासनिक आदेशानुसार शारीरिक दूरी व मास्क लगाकर ही पूजा-अर्चना करें।
सरैया में भगवान महावीर जन्मस्थल बासोकुंड पहुंचने लगे पर्यटक : भगवान महावीर जन्मस्थल बासोकुंड में पर्यटक पहुंचने लगे हैं। इसके पहले पूरे परिसर की साफ-सफाई के साथ सैनिटाइज किया गया। मंदिर परिसर में पहुंचने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। वहीं सैनिटाइजर मशीन भी लगाई गई है। कमेटी के कोषाध्यक्ष अनिल कुमार जैन ने बताया कि शारीरिक दूरी का पालन करते हुए लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है। पहले दिन सोमवार को कोलकाता से आठ व एमपी के भिंड से सात लोग आए
Input: Jagran
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