बगहा: बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर इस महीने की 21 और 22 तारीख को इंडो-नेपाल सीमा अंतर्गत वाल्मिकीनगर के दौरे पर जाएंगे. इस दौरान वह वाल्मिकी टाइगर रिजर्व का भ्रमण करेंगे. उसके बाद वहां के परिस्थिति का जायजा लेने के लिए मौजूद जनप्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे। साथ ही ग्रामीणों के साथ एक सभा को भी संबोधित करेंगे. बताया जा रहा है कि वहां मौजूद एक आदिवासी गांव में भी जाकर लोगों से मिलकर उन लोगों का हालचाल लेंगे. इसी कारण से वहां मौजूद हवाई अड्डा से सटे आदिवासी बहुल गांव ठाड़ी को हफ्ते भर से चकाचक करने की कोशिश की जा रही है।
बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर दो दिवसीय दौरे पर वाल्मीकिनगर जाने वाले हैं. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से जमकर तैयारी की जा रही है. इस इलाके में सीएम नीतीश कुमार के सात निश्चय योजना की विशेष ध्यान लगाई दी जा रही है. यहां सात निश्चय योजनाओं के तहत नली-गली का कार्य किया गया है. इसके साथ ही गलियों में पेवर ब्लॉक भी लगाया जा रहा है. कई जगहों पर बिजली की तारें भी बदली जा रही हैं. सरकारी भवनों का रंग रोगन समेत कई कार्य तेज गति से चल रहे हैं।
आदिवासी बाहुल्य गांव की सूरत बदलने से ग्रामीणों में काफी खुशी है. जानकारी यह भी है कि पहली बार कोई राज्यपाल बिहार के किसी भी गांव का दौरा करने जा रहे हैं. वहां जाकर सभी लोगों से मिलजुल कर वे हाल-चाल पूछेंगे. ग्रामीणों उन्हें ग्रामीण सभ्यता, संस्कृति और जीवनशैली से रूबरू करेंगे. राज्यपाल बगहा के दो प्रखंड अंतर्गत लक्ष्मीपुर रमपुरवा पंचायत के दो गांवों ठांड़ी और कैलाशपुर में जाएंगे. वहां जाकर विकास कार्यों का जायजा लेंगे. दोनों गांवों की जनसंख्या करीब 1500 है. जहां तकरीबन 300 घरों की बस्ती है. जिसमें नेपाली मूल के आदिवासियों और धांगड़ आदिवासियों की आबादी है।
लक्ष्मीपुर रमपुरवा के मुखिया प्रतिनिधि सुमन सिंह ने बताया कि इन दोनों गांवों में आधे-अधूरे पड़े नालियों को भी सही किया जा रहा है. कई जगह पर बिजली तक के काम कराए जा रहे हैं. हर दरवाजे पर सोता के साथ गली-नाली का काम तेजी से हो रहा है. स्कूलों की पेंटिंग, साफ-सफाई समेत स्वास्थ्य केंद्र, विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्रों का रंग रोगन कार्य पूर्ण हो गया है. वहीं, गांव में विकास कार्य होने से ग्रामीण काफी खुश हैं।
राज्यपाल 21 मई को दोपहर वाल्मिकीनगर पहुंचेंगे. शाम में कई पंचायती राज पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. इसके बाद गांव का भ्रमण करेंगे और फिर बराज का निरीक्षण करने के बाद बाढ़ नियंत्रण कक्ष का जायजा लेंगे. अगले दिन 22 मई को राज्यपाल पर्यटन के क्षेत्र में किए गए कार्यों का निरीक्षण करेंगे. उसके बाद वाल्मीकि वन सभागार में एक सभा को संबोधित करेंगे. इसके साथ ही अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर टीबी रोग कंट्रोल, ग्रामीण आवास योजना, उज्जवला योजना, मध्याह्न भोजन सहित अन्य योजनाओं की समीक्षा करेंगे।
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