बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र भले ही छोटा रहा पर हं’गामे के साथ कई सियासी तस्वीरें सामने निकलकर आईं. एक तरफ जहां अग्निपथ को लेकर पूरे सत्र वि’रोध प्र’र्दशन और हंगा’मा होता रहा वहीं मॉनसून सत्र के अंतिम दिन गुरुवार को लालू यादव के बड़े लाल तेजप्रताप यादव का बयान चर्चा में बना हुआ है.
दरअसल, तेज प्रताप यादव विधान सभाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा से दो मिनट का समय मिलने के मांग कर रहे हैं। सत्र के आखिरी दिन तेज प्रताप यादव ने कहा मैं दो मिनट के लिए विधान सभाध्यक्ष से व्यक्तिगत तौर पर मिलना चाहता हूं.
जब पत्रकारों ने यह पूछा कि किस मुद्दे पर दो मिनट के मिलना चाहते हैं, तो तेज प्रताप ने जोर देते हुए कहा कि पर्सनल काम से मिलना चाहते हैं; और आप सब जानते ही हैं दो मिनट का मतलब! लोगों के बीच यही बयान चर्चा का विषय बन गया है कि आखिर दो मिनट का क्या मतलब है?
तेज प्रताप और दो मिनट का क्या है संबंध?
दरअसल, दो मिनट वाली बात की चर्चा तेज प्रताप के साथ तब से जुड़ी जब तेज प्रताप के पास एक यूट्यूब चैनल के पत्रकार इंटरव्यू के लिए उनके आवास पंहुचे थे. तब तेज प्रताप ने कहा था कि माइक और रखकर आइए आपसे दो मिनट के लिए मिलना चाहते हैं. यूट्यूब चैनल के पत्रकार यह कहते हुए बाहर निकले कि माइक रखकर आता हूं फिर दौड़ लगाते हुए भाग खड़े हुए।
आखिर क्यों मुस्कुराने लगे तेज प्रताप यादव?
इस पृरी घट’ना को तेजप्रताप ने रिकोर्ड करवाया और बाद में सोशल मीडिया पर डालकर यह भी बताया कि कुछ लोग हमे बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं, जिसका पर्दाफाश किया है. हालांकि, गुरुवार को जब तेज प्रताप यादव ने विधान सभाध्यक्ष से दो मिनट का समय मांगा और पूछा गया कि किस मुद्दे पर तो तेज प्रताप मुस्कुराते हुए सिर्फ यह कहते हुए निकल गए कि दो मिनट का मतलब आप जानते हैं!
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