बिहार विधानसभा में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के पांच में चार विधायकों के लालू यादव- तेजस्वी यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में शामिल होने से विधानसभा में अब तक सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी दूसरे नंबर की पार्टी बन गई है।
ओवैसी के चार एमएलए के आरजेडी में शामिल होने पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और उसके प्रवक्ता निखिल आनंद ने तो यहां तक सवाल उठा दिया है कि कहीं ओवैसी ने पैसे लेकर अपने विधायकों को राजद के पास बेच तो नहीं दिया।
बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री और पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद ने राजद को धर्मान्धता और तुष्टीकरण की दुकान बताया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ ओवैसी मुसलमानों को धर्मान्ध बनाने और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तौर पर भड़का रहे हैं, दूसरी तरफ बिहार में उनके चार विधायक धर्मान्धता को प्रश्रय देने वाली और तुष्टीकरण की राजनीति करने वाली परिवारवादी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गए।
भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने सवाल उठाया है कि राजस्थान में कन्हैया लाल की हत्या पर दाएं- बाएं बयान देने वाले और शर्मनाक चुप्पी साधने वाले लोग क्या राज्यों में सुविधानुसार खास दलों के बैनर तले भाजपा और नरेंद्र मोदीजी के विरोध के लिए एकजुट हो रहे हैं? आनंद ने कहा कि ओवैसी की हरकतों को देखकर कई बार लगता है कि कहीं आरजेडी से पैसे लेकर अपने विधायकों को तो नहीं बेच दिया।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा है कि ओवैसी जैसे लोगों से अपनी दुकान संभलती नहीं और वो देश भर में बाजार बना रहे हैं। ओवैसी जैसे कट्टरपंथी भड़काऊ लोगों की पार्टी को बैन कर देना चाहिए।
Be First to Comment