कोसी, सीमांचल और पूर्वी बिहार के जिलों में बुधवार की सुबह तेज आंधी के साथ बारिश हुई। इससे रबी की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। खेत में लगी फसलें भी बरबाद हो गई है। आम के टिकोले भी झड़ गए हैं। इसके साथ लीची को भी हानि पहुंची है। बारिश के दौरान वज्रपात से मुंगेर में दो लोगों की मौत हो गयी। अऋंधी बारिश से कुल कितने का नुकसान हुआ है इसका कृषि विभाग की ओर से आकलन किया जा रहा है।
सुपौल, सहरसा और मधेपुरा जिले में सुबह में तकरीबन साढ़े चार बजे तेज आंधी शुरू हो गई। तकरीबन आधे घंटे तक आंधी के बाद मूसलाधार बारिश होने लगी। बारिश के कारण शहर की मुख्य सड़क से लेकर गली मोहल्ले की सड़क पर पानी जमा हो गया है। तेज आंधी के कारण पकी गेहूं सहित मक्के की फसल खेतों में गिर गयी है। आंधी के कारण आम के फसल को भी नुकसान हुआ है।
किशनगंज, अररिया और कटिहार जिले में भी आंधी बारिश के फसलों को नुकसान हुआ है। अररिया जिले में आंधी में आधा दर्जन कच्चे घरों छप्पर उड़ गये। इसके अलावा तार टूटने के कारण बिजली आपूर्ति घंटों बाधित रही। वहीं खगड़िया जिले में बेमौसम बारिश से गेहूं, मक्का, आम व लीची की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। कई जगहों पर घर के छप्पर तेज आंधी में उड़ गए। बिजली सुबह चार बजे ठप होने के बाद 16 घंटे के बाद भी आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी।
मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर में बारिश के दौरान वज्रपात की चपेट में आने से दो युवकों की मौत हो गयी। दोनों युवकों आपस में रिश्ते में साला और बहनोई थे। श्राद्ध के लिए शामपुर थाना क्षेत्र के अग्रहण गांव आए थे।
source: Hindustan
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