पटना स्थित विश्वेश्वरैया भवन में लगी आ’ग बुझाने के दौरान उस समय अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब फायर डिपार्टमेंट के डीजी आईपीएस शोभा अहोतकर पटना पुलिस और प्रशासन पर बिगड़ गई। गु’स्से में तमत’माए डीजी अहोतकर ने यहां तक कह दिया कि पटना पुलिस एसओपी तक का पालन नहीं करती। बड़ी मेहनत से डिपार्टमेंट ने एसओपी बनाया था। लेकिन लोकल एडमिनिस्ट्रेशन और लोकल पुलिस उसे धूमिल कर रही है।
विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग की घटना को लेकर मीडिया कर्मियों ने जब उनसे बात की तो उन्होंने कहा कि पुलिस समय पर नहीं पहुंची इसकी वजह से मौके पर बहुत सारे लोग जुट गए। लोकल लोगों की भीड़ से काम करने में काफी परेशानी हुई। डीजी फायर ने याद दिलाया कि इससे पहले दीदारगंज अगलगी की घटना के वक्त भी ऐसा ही करना पड़ा था। फायर डिपार्टमेंट को लोगों को हटाने में 2 घंटे का वक्त लग गया था।
पुलिस पर तंज कसते हुए आईपीएस अधिकारी ने कहा अगर कोई बाहर का आदमी अंदर जाकर कैजुअल्टी का शिकार हो जाए तो फिर इसकी जवाबदेही कौन लेगा। उन्होंने कहा कि फायर ब्रिगेड की टीम यहां पब्लिक को हटा रही है। लेकिन लोकल पुलिस तत्पर नहीं है। सब डिपार्टमेंट कोअपना अपना काम मजबूती से करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी जिम्मेदारी लॉऑर्डर नहीं है, हमारा काम आग बुझाना है।
बता दें बुधवार की सुबह पटना स्थित विश्वेश्वरैया भवन की तीसरी मंजिल से 7वीं तक आग लगी थी। फायर ब्रिगेड की 16 टीम को लगाया गया था। उनकी मदद से काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। तीसरी, चौथी और पांचवी मंजिल की आग पूरी तरीके से बुझाई जा चुकी है। लेकिन उसके ऊपर के तल्लों में आग बुझाने का काम जारी है ।
आग लगने के कारणों को लेकर डीगई फायर ने बिल्डिंग के कस्टोडियन को कटघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि यहां बिल्डिंग की वायरिंग बहुत पुरानी है। संभवत शार्ट सर्किट से आग लगी है। उसकी जांच कराई जाएगी।आग बुझाने के साथ-साथ अंदर फंसे लोगों को निकालने का भी काम समय से किया जा रहा है।
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