मुजफ्फरपुर : जब सपने होंगे तभी तो साकार होंगे। इसका जीता जागता उदाहरण है शहर की बेटी और 9वीं कक्षा की छात्रा प्रांजलि प्रष्ठा। अहियापुर की रहने वाली प्रांजलि ने प्रदूषण से आजादी का सपना देखा। अब ‘पेड़ों को लगाना है, प्रदूषण से आजादी पानी है…’ मुहिम के तहत इस सपने को पूरे करने में जुट गई है।
प्रांजलि की इतनी बड़ी सोच को देखते हुए पिता डॉ. सरोज कुमार समेत माता प्रीति शाही और छोटी बहन प्रशस्तिका सिंह भी इस मुहिम में शामिल हो गई हैं। पिता शहर के वरीय दंत चिकित्सक, मां केंद्रीय विद्यालय में साइंस शिक्षिका और छोटी बहन केंद्रीय विद्यालय में 5वीं की छात्रा है। वह कहती हैं कि हमें अंग्रेजों से तो आजादी मिल गई, लेकिन प्रदूषण की गिरफ्त में पूरा विश्व है।
प्रांजलि के माता-पिता कहते हैं कि वह बचपन से ही इको फ्रेंडली रही है। पिछले साल प्रांजलि ने नेशनल चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस के जूनियर वर्ग में बिहार से अकेले भाग लिया था। जहां प्लास्टिक की जगह केले के थंब से इको फ्रेंडली चीजे बनाकर वह चर्चा में आई थी। वहीं प्रांजलि अपने घर में भी केले के थंब से फूलदान, डोरमेट, टेबल मेट, हैंड पर्स, वॉल हैंगिंग आदि चीजें बनाकर इस्तेमाल करती है। साथ ही पौधे बांट-बांट कर पर्यावरण को बचाने का संदेश देती है।
प्रांजलि पौधे बांटकर पर्यावरण रक्षा का संदेश देने के साथ लोगों को इसके प्रति जागरूक कर रही है। इस स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में दो दिनों से लगातार मुहिम चलाकर 50 से अधिक बड़ी-बड़ी हस्तियों-गणमान्य लोगों को पौधे देकर सम्मानित कर चुकी है।
इस दौरान वह पद्मश्री किसान चाची राजकुमारी देवी, राज्य प्रार्थना गीत लिखने वाले एमआर चिश्ती,सांसद वीणा देवी, एसएसपी राकेश कुमार, सिटी एसपी अवधेश सरोज दीक्षित, चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्याम भीमसरिया, तिरहुत शारीरिक शिक्षण महाविद्यालय के संयुक्त सचिव मनीष कुमार, प्रसिद्ध चित्रकार गोपाल फलक, भगवान लाल सहनी, वरिष्ठ साहित्यकार संजय पंकज आदि को पौधे भेंट कर चुकी है। वहीं पद्मश्री किसान चाची ने प्रांजलि की इस पहल काफी सराहनीय बताया है। बता दें कि प्रांजलि इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी, डीडीसी समेत अन्य गणमान्य लोगों को पौधे भेंट करेंगी।
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