मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नया साल 2023 के पहले दिन अपने पैतृक गांव कल्याण बिगहा पहुंचे। सीएम ने सबसे पहले देवी स्थान पहुंचकर पूजा-अर्चना की। सूबे में सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। उसके बाद रामलखन वाटिका गए। वहां मां परमेश्वरी देवी की 13वीं पुण्यतिथि पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उसके बाद उनके पिता रामलखन सिंह एवं पत्नी मंजू कुमारी सिन्हा की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया।
सीएम नीतीश कुमार ने घंटों से इंतजार कर रहे लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। उनके गांव आने की सूचना मिलने पर काफी भीड़ जुटी थी। फरियादियों की हुजूम जुट गई। समस्या लेकर पहुंचे लोगों से आवेदन लेकर नीतीश काफी देक तक फरियाद सुनते रहे। लगभग आधा घंटा तक फरियाद सुनकर जिलाधिकारी व राज्यस्तरीय अधिकारी को आवेदन बढ़ाते गए। उसके बाद पैतृक घर गए। वहां अपनों से मुलाकात कर हाल-समाचार पूछा। मां की याद में निर्गुण गायन का आयोजन किया जा रहा था। देवी स्थान पर सीएम द्वारा पूजा-अर्चना के बाद लोगों के बीच प्रसाद वितरण किया गया।
मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर सुबह से जगह-जगह पुलिस तैनात थी। वाटिका के आसपास रस्सी तानकर घेराबंदी की गयी थी। ताकि कोई वाटिका के आसपास पुलिस की अनुमति के बिना नहीं पहुंच सके। सीएम वाटिका से बाहर निकले। उसके बाद फरियाद सुनाने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। सैकड़ों लोग आवेदन देने के लिए एक-दूसरे से आगे होने की होड़ में थे। बारी-बारी से उन्होंने सबका आवेदन लिया गया।
मौके पर सीएम के बड़े भाई सतीश कुमार, पुत्र निशांत कुमार, भांजा व जदयू के प्रदेश सचिव मनीष कुमार, मंत्री श्रवण कुमार, सांसद कौशलेंद्र कुमार, विधायक डॉ. जितेंद्र कुमार, कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया, एमएलसी संजय सिंह, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परामर्शी मनीष वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार आदि मौजूद रहे।
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