गणेश चतुर्थी के अवसर पर जिले के रसुलपुर जिलानी स्थित बोधि आश्रम में धूमधाम से गणेश उत्सव मनाया गया। पान के पत्ते पर गणेश जी की प्रतिमा स्थापित की गई। ‘गणपति बप्पा मोरया’ के उद्घोष से वातावरण गूंज उठा। दूब, रंगबिरंगे फूल, बेलपत्र आदि से पूजा की गई। भगवान गणेश को 56 भोग लगाए गए।
भगवान गणेश को 108 हरी दूब की माला पहनाई गई। गुरु मां डॉ. बोधि कश्यप ने बताया कि गणेश चतुर्थी के दिन गणेश पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन गणेश जी की पूजा करने से पूरे वर्ष किसी भी तरह का विघ्न नहीं आता। सभी रूके कार्य पूरे होते हैं।
गुरु डॉ. प्रभात कश्यप ने बताया कि गणपति प्रथम पूज्य देव हैं। इनकी पूजा अत्यंत ही सरल है। बोधि आश्रम में विगत 23 वर्षों से धूमधाम से गणेशोत्सव का आयोजन होता आ रहा है। इस अवसर पर शहर के कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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