पटना: बिहार सहित देशभर में मालगाड़ियों को समर्पित रूट से चलाने की दिशा में भारतीय रेल ने नया मुकाम स्थापित है। अब हर दस मिनट पर रेल की नई पटरियों पर एक मालगाड़ी चलाई जा सकेगी। इससे न तो यात्री ट्रेनें प्रभावित होंगी और न रेल की पटरियों के मेंटेनेंस के लिए लंबी अवधि का ट्रैफिक ब्लॉक लेना होगा। पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को ईस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे। इससे बिहार में ट्रेनों की स्पीड बढ़ जाएगी।
दरअसल, अब तक एक ही रेलवे ट्रैक पर यात्री ट्रेनें और मालगाड़ियां दोनों चलती थीं। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजना का विस्तार होने से ईस्टर्न रीजन में 1875 किमी तक बिना यात्री ट्रेनों के व्यवधान के मालगाड़ियां पटरियों पर दौड़ सकेंगी। इस डेडिकेटेट फ्रेट कॉरिडोर परियोजना के ईस्टर्न रीजन में बिहार के भभुआ, रोहतास, औरंगाबाद व गया जिले से होकर मालगाड़ियां गुजरेंगी। फिलहाल रोहतास तक इसका विस्तार हो चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को ईस्टर्न डेडिकेकेट फ्रेट कॉरिडोर परियोजना के डीडीयू से सोननगर तक बने नए रूट का लोकार्पण करेंगे। साथ ही प्रयागराज में बने इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर का डीडीयू से सोननगर तक नियंत्रण विस्तार का भी लोकार्पण करेंगे। प्रयागराज में बने इस कंट्रोल और कमांड सेंटर को एशिया का सबसे बड़ा कंट्रोल रूम कहा जा रहा है।
100 किमी प्रति घंटे होगी मालगाड़ियों की रफ्तार
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में मालगाड़ियों की रफ्तार अधिकतम 100 किमी प्रति घंटे तक होगी। नए डेडिकेटेड रूट की मालगाड़ियों की औसत गति 65 से 70 किमी प्रति घंटे तक होगी। अब तक मालगाड़ियों की अधिकतम रफ्तार 75 किमी प्रति घंटे तक तय रही है, जबकि औसत गति 25 किमी प्रति घंटे ही रहती है। ट्रेनों की गति बढ़ने से यह लाभ होगा कि पहले 1800 किमी तक माल ले जाने में जहां 100 घंटे लगते थे वहां अब 24 घंटे के अंदर लुधियाना से दानकुनी की दूरी तय हो सकेगी। यह पूरी परियोजना 1875 किमी की है जिसमें लुधियाना से सोननगर तक 1150 किमी तक कॉरिडोर बन चुका है।
इस परियोजना का 72.5 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। रेलवे की योजना के अनुसार प्रति दिन 240 मालगाड़ियां इस ट्रैक से दौड़ सकेंगी। अभी प्रतिदिन 131 मालगाड़ियां डीएफसी से चलनी शुरू हो गईं हैं। सात जुलाई से बिहार में बने डेडिकेटेड फ्रेट कोरिडोर में सोननगर तक 100 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से मालगाड़ी चल सकेगी। बिहार के 239 किमी के क्षेत्र में इसके लिए कई स्टेशन बनाए गए हैं। न्यू दुर्गावती, न्यू कुदरा, न्यू सासाराम, न्यू करबंदिया, न्यू सोननगर, सोननगर लिंक, न्यू रफीगंज, नयू कास्टा, न्यू पहाड़पुर, न्यू चिरैलापोथू स्टेशन बिहार में होंगे।
यात्री ट्रे्नों की रफ्तार भी बढ़ेगी
मालगाड़ियों के लिए अलग ट्रैक बनने से यात्री ट्रेनों को भी फायदा होगा। ट्रैफिक का भार कम होने से यात्री ट्रेनों को आसानी से मेन रूट से गुजारा जा सकेगा। खासकर यूपी-बिहार के लिए चलने वाली ट्रेनों के यात्रियों को इसका फायदा मिलेगा।
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