पटना: लैंड फॉर जॉब घोटा’ला मामले में लालू यादव और राबड़ी देवी के साथ तेजस्वी यादव पर चर्चित होने के बाद बिहार के राजनीति गरमा गई है। महागठबंधन के दलों ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर तेजस्वी यादव को फंसाने का आरो’प लगाया है। आरजेडी और जेडीयू के बड़े नेता स्पष्ट तौर पर यह कह रहे हैं कि विपक्षी दलों के नेताओं को केंद्र सरकार द्वारा जांच एजेंसियों के मार्फत टारगेट किया जा रहा है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने इस पर करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि जो लोग लालू यादव और तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई को दस्तावेज उपलब्ध कराए थे वही आज बीजेपी पर झूठा आरोप लगा रहे हैं।
लैंड फॉर जॉब घो’टाला मामले में तेजस्वी यादव कानूनी पचड़े में फस गए हैं। उनके खि’लाफ राउज एवेन्यू कोर्ट में सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल कर दिया है। कुल 17 लोगों के खिलाफ लाइन फॉर जॉब मामले में आरोपी करार देते हुए चार्जशीट दायर किया गया है जिसमें बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के अलावे पूर्व सीएम राबड़ी देवी भी शामिल है। आरो’प पत्र दाखिल कर दिए जाने के बाद बिहार में तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उन्हें मंत्रिमंडल से हटाने की मांग तेज हो गई है। भाजपा नेता राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने नीतीश कुमार को नसीहत दी है कि तेजस्वी को चार्जशीट के बाद हटाएं। नहीं हटते हैं तो बर्खास्त कर दें क्योंकि लालू यादव पर जब चार्ज शीट हुआ था तो नीतीश कुमार ने ही इस्तीफा देने की मांग की थी।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि जो लोग हम पर आ’रोप लगा रहे हैं, वह पहले बताएं कि तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई को दस्तावेज किसने उपलब्ध कराए। लालू प्रसाद के खिलाफ जब जांच शुरू हुई तो उस समय केंद्र और राज्य में किसकी सरकार थी। मंगलवार को पटना में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से राजदवाले जाकर पूछें कि यह कागज आपने दिया, तो भाजपा कैसे फंसा सकती है।
सम्राट चौधरी ने पूछा कि लालू जी को जेल में किसने भेजा, 1996 में देवगौड़ा की सरकार, उस समय लालू जी के खिलाफ सीबीआई की जांच शुरू कराई थी, तो बीजेपी इसमें कहां से आ गई। उस समय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद लालू प्रसाद ही थे। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के दल भारतीय जनता पार्टी पर बेवजह गलत आरोप लगा रहे हैं। तेजस्वी यादव प चार्जशीट दायर किए जाने के बाद राजद नेता शिवानंद तिवारी, शक्ति सिंह यादव और जदयू नेता ललन सिंह, प्रवक्ता अभिषेक झा ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर फंसा देने का आ’रोप लगाया है। कहा जा रहा है कि जब यह कांड बताया जा रहा है कि जब का कांड बताया जा रहा है तब तेजस्वी यादव नाबालिग थे। फिर भी उन्हें फंसा दिया गया है। यह मामला तब का जब लालू याद केंद्र सरकार में रेल मंत्री थे। उनपर अपने संबंधियों के नाम जमीन लेकर गैरकानूनी तौर से अपने चहेतों को रेलवे में ग्रुपडी में नकरी दी थी।
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