भागलपुर में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही हैदूसरे चरण में कोरोना का मामला काफी बढ़ गया है। पिछले 14 मार्च से लेकर अबतक 250 के करीब नए केस जिले में मिल चुके हैं। इसमें से 80 फीसद लोग केवल शहरी क्षेत्र से हैं। कोरोना से नियंत्रण और बचाव के सैनिटाइजर का छिड़काव भी अबतक नहीं हुआ। कार्यालय से लेकर एटीएम तक भगवान भरोसे हैं। एटीएम में ज्यादा से ज्यादा लोगों का आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में सैनिटाइज नहीं होने से जिले के लगभग सभी एटीएम असुरक्षित है। एटीएम में वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर उपाय नहीं हैं। कुछ एटीएम को छोड़ दें तो ज्यादातर एटीएम में न गार्ड है न और सैनिटाइजर की व्यवस्था। वहीं, प्रखंडों की हालत भी कुछ इसी तरह है। किसी भी बैंक की ओर से एटीएम में सैनिटाइजर की व्यवस्था तक नहीं की है। ग्राहक अपने हाथों को बिना सैनिटाइज किए ही एटीएम में प्रवेश कर मशीन का उपयोग कर रहे हैं। रविवार को शहरी क्षेत्र के कई एटीएम का जायजा लेने के बाद सच्चाई सामने आई।
निजी और सरकारी मिलाकर सैकड़ों एटीएम
जिले में सरकारी और निजी एटीएम मिलाकर 450 के आसपास एटीएम है। इसमें से सबसे ज्यादा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की 136 के आसपास एटीएम है। शहरी क्षेत्र में एसबीआइ की तीन दर्जन एटीएम निजी एजेंसी के पास है। एजेंसी भी पूरी तरह कोरोना को लेकर लापरवाही बरत रही है। ग्राहक इन एटीएम के बटन व स्क्रीन को स्पर्श कर कैश की निकासी और जमा कर रहे हैं। इससे से कोई इस वायरस से संक्रमित होगा तो यह चेन कितने लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है। सब जानते हुए बैंक प्रबंधन पूरी तरह लापरवाह है।
नियमित सफाई तक नहीं
कचहरी रोड, एसएस सहाय रोड, मिरजान, भीखनपुर, पटल बाबू रोड, खलीफाबाग, नाथनगर, अलीगंज जैसे इलाकों में संचालित एटीएम की नियमित सफाई तक नहीं हो रही है। जहां सफाई हो रही वहां सैनिटाइजर की व्यवस्था नहीं है। सरकारी की बात तो दूर निजी बैंकों की एटीएम की हालत बदतर है। अभी तक नगर निगम की ओर से जिले के सभी बैंक और एटीएम को सैनिटाइज नहीं किया गया है।
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