हर साल दिवाली का त्योहार बड़े धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन संध्या काल में लोग लक्ष्मी जी व गणेश जी की मूर्ति स्थापित कर पूजा करते हैं। दिवाली का त्योहार रौशनी का त्योहार है। इस बार दिवाली को लेकर कई संशय की स्थिति बनी हुई है। अमावस्या तिथि में दिवाली मनाई जाती है। इस साल दो दिन अमावस्या तिथि पड़ने के कारण लोग कन्फ्यूज हैं की आखिर दिवाली कब मनाना शुभ रहेगा।
वेदाचार्य के अनुसार, इस निर्णय में किसी भी प्रकार का भ्रम व संशय की संभावना नहीं है। सभी सनातन धर्मियों को 31 अक्तूबर-2024 को प्रदोषकाल से मध्य रात्रि व्यापिनी कार्तिक अमावस्या में लक्ष्मी पूजन करना शास्त्र सम्मत होगा।
पंडित के अनुसार, दिवाली पूजन का शुभ मुहूर्त 31 अक्तूबर को शाम 06:27 बजे से रात 08:32 बजे तक रहेगा। इस दिन पूजन का निशिता मुहूर्त- रात 11:39 मिनट से देर रात तक 12:31 मिनट तक व प्रदोष काल- शाम 05:35 बजे से रात 08:11 बजे तक रहेगा। वृषभ काल 06:21 बजे से 08:17 बजे तक रहेगा।
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