Press "Enter" to skip to content

बारिश ने खोली स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल, अस्पताल की छतों से टपक रहा पानी; मरीज परेशान

सुपौल : तीन दिनों से हो रही छिटपुट बारिश ने स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. दरअसल, यह मामला त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल का है. जहां करोड़ों रुपए की लागत से करीब ढाई तीन वर्ष पहले अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज भवन का निर्माण किया गया था. इधर तीन दिनों की छिटपुट बारिश में अस्पताल भवन में कई जगह छत टपकने लगा है।

Dabra News : सरकारी अस्पताल की छत से टपक रहा पानी मरीज परेशान । dabra news  water dripping from the roof of the government hospital upset the patient

जिसके चलते इसका व्यपक प्रभाव मरीजों के इलाज पर पड़ने लगा है. ओटी रूम और एक्सरे रूम में बारिश का पानी छत से टपकने के कारण महिला बंध्याकरण ऑपरेशन को टाल दिया गया है. बताया गया कि गुरुवार की शाम को परिवार नियोजन के लिए अस्पताल में भर्ती किये गए 14 महिला मरीजों का ऑपरेशन कैंसिल कर दिया गया है. जिसके बाद मरीज एवं उनके परिजनों में काफी नाराजगी देखी गई।

लोगों ने बताया कि वे सुबह सबेरे ही अस्पताल पहुंच गए थे. शाम को डॉक्टर द्वारा कहा गया कि ओटी रूम में पानी टपक रहा है जिसके चलते परिवार नियोजन का ऑपरेशन नहीं होगा. जानकारी दी गयी कि अब यह ऑपरेशन शनिवार को होगा. जाहिर सी बात है कि यह बात सुनने के बाद महिलाओं और उनके परिजनों में काफी मायूसी हो गई और सभी मरीजों को रात में निराश होकर अपने घर लौटना पड़ा.

अब सवाल उठता है कि करोड़ों की लागत से बनी अस्पताल भवन बारिश के कारण मरीजों को स्वास्थ्य सेवा देने में कब तक अक्षम रहेगी. जब तीन दिन की छिटपुट बारिश में अस्पताल भवन का यह हाल है तो अत्यधिक बारिश में क्या हाल होगा यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग और सरकार को निश्चित रूप से इस दिशा में पहल करनी चाहिए. ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की सरकारी घोषणा को चरितार्थ किया जा सके। 

Share This Article
More from ADMINISTRATIONMore posts in ADMINISTRATION »
More from BIHARMore posts in BIHAR »
More from NewsMore posts in News »
More from PATNAMore posts in PATNA »
More from STATEMore posts in STATE »

Be First to Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *