पटना : देश में 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन से अलग हो गए थे। नीतीश कुमार के इंडिया गठबंधन छोड़ने के बाद राजनीतिक विश्लेषक अपनी-अपनी तरफ से उनके महागठबंधन से अलग होने की वजहों को लेकर राय रखते आए हैं। अब नीतीश सरकार के कैबिनेट में शामिल मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि नीतीश कुमार के इंडिया गठबंधन से अलग होने की एक वजह जातीय जनगणना भी है।
अशोक चौधरी ने कहा, ‘जब इंडिया गठबंधन बना तो जातीय जनगणना पर सहमति नहीं बनी। इसीलिए नीतीश कुमार के इंडिया गठबंधन को छोड़ने के पीछे एक बड़ा मुद्दा यह भी था। मुंबई में जब इंडिया गठबंधन की बैठक हो रही थी तब नीतीश कुमार ने प्रस्ताव किया कि इसे एजेंडा में शामिल किया जाए कि सरकार बनेगी और हम जातीय जनणगना कराएंगे।
लेकिन ये लोग इसपर सहमति नहीं बना पाए। ममता बनर्जी ने उसमें विरोध कर दिया। इसके बाद नीतीश कुमार को लगा कि जिस बड़े तबके या जाति के लिए हम आए हैं उसका तो हम हित ही नहीं कर पाएंगे। जिसके बाद उन्होंने इंडिया गठबंधन छोड़ा और यह बड़ा कारण था।’
अशोक चौधरी ने आगे कहा कि इसके बाद आज राहुल गांधी जातीय जनगणना पर बोल रहे हैं। इसलिए हमको लगता है कि उनकी कथनी-करनी में काफी फर्क है। बोलनी और कथनी में समानता होनी चाहिए। बोलने से अच्छा है कि वो कांग्रेस शासित राज्यों में इसे लागू करें।
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