बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 15 दिसम्बर के एक नई यात्रा पर निकलने वाले हैं जिसे महिला संवाद यात्रा का नाम दिया गया है। इस यात्रा के साथ इस पर खर्च होने वाले 225 करोड़ को लेकर सियासी घमासान मचा है। विपक्षी लालू यादव, तेजस्वी यादव और कांग्रेस के नेता नीतीश कुमार की प्रस्तावित महिला संवाद यात्रा को लेकर आग उगल रहे हैं। गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष ने एक बार फिर नीतीश कुमर फिजूलखर्ची का आरोप लगाते हुए हमला किया। तेजस्वी ने नीतीश कुमार को उन्हीं के डायलॉग से घेरने की कोशिश की है। सोशल मीडिया पर उन्होंने पोस्ट डालकर अपना विरोध व्यक्त किया है।तेजस्वी यादव ने पोस्ट डाला है। वे कहते हैं कि नीतीश कुमार पूर्णत: अपनी विश्वसनीयता,पहचान,साख और सिद्धांत खो चुके हैं। अब वे गरीब एवं पिछड़े राज्य बिहार की जनता की गाढ़ी कमाई का हजारों करोड़ रुपए नॉन-स्टॉप विज्ञापनों में बहा रहे है। कुछ दिन पूर्व तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह जी के बारे में सरकारी कार्यक्रमों में मीडिया को बोलते थे कि ऊ लोग कुछ काम करता है जी, खाली अख़बार में फोटो चमकाता है। तेजस्वी यादव ने पूछा है कि अब इनके बारे में कोई क्या कहा जाए।
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को नसीहत देते हुए लिखा है कि अगर स्वयं की सोच शक्ति शेष है तो आत्ममंथन और चिंतन किजीए कि गरीब राज्य का अरबों रुपए ऐसे बर्बाद करना कितना जायज़ है? इससे पहले बुधवार को तेजस्वी यादव ने एक वीडियो जारी कर नीतीश कुमार की प्रस्तावित यात्रा को विनाश यात्रा बताया और कहा कि बिहार भीषण बेरोजगारी, पलायन, महंगाई, प्रशासनिक अराजकता, जहरीली शराब से मौत जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। लेकिन नीतीश कुमार अपने चुनावी प्रचार के लिए बिहार के मेहनत की कमाई के दो अरब पचीस करोड़ की राशि बर्बाद करने जा रहे हैं। बिहार के खजाने से मात्र 15 दिनों में इतनी बड़ी राशि खर्च करेंगे।
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