सीतामढ़ी : सीतामढ़ी में बागमती नदी के तिलकताजपुर बांध व खरहुआ-नुनौरा बांध के टूटने के बाद दर्जनों परिवार का घर बागमती बांध टूटने से विलीन हो गया। डीएम रिची पांडेय, एसपी मनोज कुमार तिवारी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ रुन्नीसैदपुर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में निरीक्षण किया। राहत एंव बचाव कार्य का जायजा लिया। मधोलशानी के हरदिया में आश्रय स्थल पर पहुंचकर सामुदायिक रसोई चल रहे बाढ़ पीड़ितों के बीच शुद्ध पेयजल के पीएचडी के द्वारा लगाए जा रहे चापाकल स्थल का निरीक्षण किया। डीएम के भ्रमण के दौरान लोगों ने बताया कि मरम्मत में चूक और लापरवाही के कारण बांध टूटा।
लोगों से मिलने के बाद डीएम ने राहत और बचाव कार्य मे तेजी लाने और साफ सफाई के साथ बाढ़ पीड़ितों को भोजन कराने का निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगातार ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जाए। डीएम ने सभी प्रकार की क्षति का आकलन करते हुए आपदा प्रबंधन के एसओपी के अनुसार अग्रेतर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कहा कि आपदा की इस घड़ी में किसी भी तरह के लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डीएम तिलक ताजपुर बांध का भी निरीक्षण करने पहूंचे। जहां पर डीएम व एसपी को ग्रामीणों के आक्रोश को झेलना पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि बागमती बांध के मरम्मती कार्य मे लापरवाही बरती गयी। रिसाव के जानकारी के बाद भी सही से कार्य नहीं हुआ। इस वजह से तिलक ताजपुर व खरहुंआ-नुनौरा बांध टूटा।
ग्रामीणों ने डीएम से मांग किया कि बांध टूटने की वजह की जांच हो। दोषी अधिकारी व ठेकेदार पर कार्रवाई की जाए। स्थानीय ग्रामीणों इसकी उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग डीएम से की। डीएम ने आश्वासन दिया कि जांच के बाद दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत मुहैया कराने का निर्देश दिया। जिला पार्षद उपाध्यक्ष प्रतिनिधि श्रीनारायण सिंह ने कहा कि दोषी विभागीय अधिकारियों के खिलाफ जनहित याचिका दायर करने की मांग की है। मौके पर सदर एसडीओ संजीव कुमार, सदर डीएसपी राम कृष्ण, बीडीओ सुनील कुमार, पुनि सह थानाध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह पीओ रणजीत कुमार ठाकुर एमओ अजीत कुमार मुखिया पंकज सिंह मुखिया प्रतिनिधि राज किशोर राय सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।
Be First to Comment