पटना : पिछले कुछ महीनों से रेल हा’दसों की संख्या में काफी तेजी से इजाफा देखने को मिला है। ऐसे में अब रेल दुर्घट’ना रोकने और पटरियों की सुरक्षा को लेकर रेल मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है कि अब ट्रेनों में कैमरे लगाए जाएंगे। रेल मंत्रालय के अनुसार एक ट्रेन में कुल 8 कैमरे लगाए जाएंगे।
दरअसल, रेल मंत्रालय पटरियों की सुरक्षा के लिए खुफिया तंत्र को और बेहतर बनाना चाहता है। ऐसे में सभी राज्यों के डीजीपी को रेलवे ट्रैक की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा गया है। रेलवे ट्रैक की सुरक्षा और ट्रेन को हा’दसों से बचाने के लिए जल्द ही देशभर में ट्रेन के इंजन के सामने, कोच के कॉरिडोर में और ट्रेन के बाहर कैमरे लगाए जाएंगे। कैमरे लगाने के लिए टेंडर प्रक्रिया 3 महीने के अंदर पूरी कर ली जाएगी। कैमरे लगाने के टेंडर में एक पर 1,000 से 1,200 रुपये तक खर्च हो सकते हैं।
बताया जा रहा है कि, रेलवे ने यह निर्णय लिया है कि इंजन के सामने और साइड में कैमरे लगेंगे। इंजन और कोच में कैमरे लगेंगे। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने ट्रेनों में कैमरे लगाने का फैसला हाल के दिनों में शरारती तत्वों द्वारा पटरियों पर कील और पत्थर लगाने की घटना को देखते हुए लिया है। पटरियों पर पत्थर और लोहे के कील लगाने से ट्रेनों के दुर्घट’नाग्रस्त होने का खतरा बढ़ जाता है। ट्रेनों में कैमरे लगे होने से पटरियों में अगर कुछ रखा गया है, तो उसकी जानकारी मिल जाएगी और दुर्घट’ना की आशंका को खत्म किया जा सकेगा।
उधर, रेलवे बोर्ड ने अपने सभी जोन को निर्देश दिये हैं कि वे पटरियों के आसपास से इस्तेमाल में नहीं आ रही सभी इंजीनियरिंग सामग्री, रेल सामग्री और अन्य उपकरणों को तुरंत हटा दें, ताकि शरारती तत्व इनका दुरुपयोग नहीं कर सकें और रेल परिचालन की सुरक्षा को खतरा न पहुंचा पाएं। रेलवे पटरियों पर गैस सिलेंडर, सीमेंट ब्लॉक आदि जैसी विभिन्न प्रकार के अवरोधक रखकर सुरक्षित रेल परिचालन को बाधित करने के मकसद उपद्रवियों द्वारा कथित प्रयास किए जाने की कुछ घटनाओं के बाद, बोर्ड ने सभी जोनों को नौ सितंबर से एक सप्ताह लंबा सुरक्षा अभियान शुरू करने को कहा है।
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