लखीसराय: बिहार के लखीसराय जिले में सड़कों के निर्माण में संवेदकों की मनमानी जारी है. मानकों की अनदेखी कर संवेदक द्वारा सड़क का निर्माण किया जाता है और नतीजा बनने के महज कुछ महीनों के अंदर ही सड़क टूटना शुरू हो जाता है। ऐसा ही मामला लखीसराय जिले के जैतपुर -खुटहा ग्रामीण सड़क से कब्रिस्तान से हरिजन टोला होते हुए बेसिक स्कूल तक जाने वाली सड़क का है. यह सड़क महज छह महीने पहले बनाई गई सड़क की हालत खस्ताहाल है।
सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई, इससे राहगीर परेशान हो रहे हैं. सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई. सड़क का निर्माण हुआ तो राहगीरों को राहत की उम्मीद जगी, लेकिन यह उम्मीद ज्यादा दिनों तक नहीं रही. छह महीने में ही सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई. इससे परेशान लोगों ने जल्द से जल्द समस्या से निजात पाने की मांग की है. 75 लाख की लागत से लगभग दो किलोमीटर बनी इस सड़क के कार्यकारी एजेंसी ग्रामीण कार्य विभाग है जबकि ठेकेदार जेके कांट्रैक्टर है.
ग्रामीणों के मुताबिक निर्माण के महज छह महीने बाद ही यह सड़क जगह-जगह टूटने लगी और गड्ढे में तब्दील हो गई. ग्रामीणों ने बताया कि लम्बे प्रयास के बाद इस सड़क का निर्माण संभव हो पाया था, लेकिन विभागीय अनदेखी और ठेकेदार के मनमानी के कारण यह सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है. सड़क निर्माण के अभी एक वर्ष भी पूरे नहीं हुए हैं. लेकिन इस सड़क पर कई बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं.
वहीं कई जगहों से सड़क टूट चुकी है. घटिया निर्माण सामग्री एवं प्राक्कलन के मुताबिक कार्य नहीं होने से पहली बरसात भी सड़क नहीं झेल पाया. सड़क की ऐसी दुर्दशा विभागीय अनदेखी और ठेकेदार की मनमानी का नतीजा है. सड़क बनने से राहगीरों को राहत की उम्मीद थी, लेकिन उनकी परेशानी जस की तस बनी हुई है. गड्ढों के कारण गाड़ियां फंस जाती हैं. गड्ढे होने से रास्ता जोखिम भरा है. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से जांच कर संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
Be First to Comment