बिहार बाल भवन किलकारी जिला स्कूल छात्रावास मुजफ्फरपुर में आयोजित तीन दिवसीय सृजनात्मक लेखन कार्यशाला का समापन हो गया। प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक पूनम कुमारी ने बताया कि आकाश कुमार के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यशाला ने बच्चों के भीतर छिपी साहित्यिक प्रतिभा को उजागर किया और उन्हें लेखन की दुनिया में एक नई दिशा दी।
सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी स्नेहा रानी ने बताया कि तीन दिवसीय सृजनात्मक लेखन कार्यशाला में सिखाए गए गतिविधियों ने बच्चों के रचनात्मक और बौद्धिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बच्चों ने सृजनात्मक लेखन कार्यशाला में कहानी लेखन की गहराइयों में गोता लगाये। बच्चों को कविता के विभिन्न प्रकार और उनके तत्वों के बारे में जानकारी प्रशिक्षक आकाश कुमार के द्वारा हाइकु, टांका, मुक्तछंद, और लयात्मक कविता के उदाहरण देकर बच्चों को समझाया कि कैसे हर प्रकार की कविता का अपना एक अलग महत्व और सुंदरता होती है। कहानी लेखन के नियम (शुरुआत, मध्य, अंत) के बारे में बताया।
बच्चों ने समूह में कहानी निर्माण की गतिविधि में हिस्सा लिया, जिसमें उन्होंने अपनी कल्पनाशीलता को मिलाकर अद्वितीय कहानियां बनाई। बच्चों ने अपनी स्वयं की कहानियां लिखी। बच्चों ने अपनी कहानियों का पाठ किया, जिससे उनकी आत्मविश्वास में वृद्धि हुई और उन्होंने एक-दूसरे की रचनाओं से प्रेरणा ली। सृजनात्मक लेखन कार्यशाला का तीसरा दिन बच्चों के लिए ज्ञान, प्रेरणा और आत्मविश्वास से भरपूर रहा। कहानी लेखन की विभिन्न तकनीकों और तत्वों को सीखकर बच्चों ने अपनी लेखन क्षमता को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाया।
इस कार्यशाला ने न केवल बच्चों की लेखन क्षमता को निखारा बल्कि उन्हें साहित्य के प्रति एक नई दृष्टि और समझ भी प्रदान की। कठपुतली प्रशिक्षक सुनील सरला ने बताया कि आकाश कुमार की विशेषज्ञता और बच्चों की लगन ने इस कार्यशाला को सफल और यादगार बनाया। बच्चों ने न केवल नए साहित्यिक कौशल सीखे बल्कि उन्होंने अपने विचारों और भावनाओं को प्रभावी ढंग से व्यक्त करने की कला में भी महारत हासिल की।
प्रमंडल संसाधन सेवी नेहा कुमारी ने बताया कि यह कार्यशाला बच्चों के साहित्यिक विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई, और इससे बच्चों को उनके भविष्य के सृजनात्मक प्रयासों के लिए प्रेरणा और दिशा मिली। तीन दिवसीय सृजनात्मक लेखन कार्यशाला के समापन समारोह के अवसर पर मुख्य रूप से प्रमंडल कार्यक्रम समन्वयक पूनम कुमारी, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी स्नेहा रानी, प्रमंडल संसाधन सेवी नेहा कुमारी, कठपुतली प्रशिक्षक सुनील सरला, नामांकन प्रभारी सुजाता कुमारी,प्रशिक्षक रूपा पाठक, तन्नू प्रिया, मुस्कान कुमारी, अरुणिमा कुमारी,राजीव कुमार मौजूद थे बच्चों द्वारा स्वरचित काव्य पाठ का संचालन विक्रम कुमार के द्वारा किया गया।
सृजनात्मक लेखन कार्यशाला के प्रशिक्षक आकाश कुमार एवं मुनटुन राज को बाल भवन किलकारी के बच्चों द्वारा बनाए गुलदस्ता एवं खिलौना भेंट कर सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन सरस्वती देवी द्वारा दिया गया।
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