पटना: राष्ट्रीय जनता दल के चर्चित विधान पार्षद और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के मुंहबोले भाई सुनील कुमार सिंह की बिहार विधान परिषद की सदस्यता शुक्रवार को छिन सकती है। सुनील सिंह पर विधान परिषद के पिछले सत्र में सीएम नीतीश कुमार की मिमिक्री करने का आरोप लगा था जिसकी जांच विधान परिषद की आचार समिति को सौंपी गई थी।
आचार समिति के अध्यक्ष की ओर से विधान परिषद में प्रतिवेदन रिपोर्ट पेश कर दिया गया है। सुनील सिंह पर जो आरोप लगे थे, उसे कमेटी जांच में सही पाया है। विधान परिषद सभापति अवधेश नारायण सिंह इस पर शुक्रवार को फैसला सुनाएंगे। मंगलवार को ही अवधेश नारायण सिंह विधान परिषद के चेयरमैन चुने गए हैं।
सहकारी संगठन बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील सिंह राजद और जदयू की महागठबंधन सरकार के दौरान भी नीतीश कुमार पर निशानों में हमला बोलते रहते थे। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह के साथ पिछले साल फोटो डालने के बाद सुनील सिंह को एक बैठक में नीतीश ने डांटा था तो वो तनकर खड़े हो गए थे कि शाह से उनका मिलना सामान्य शिष्टाचार है। सुनील ने महागठबंधन सरकार के दौरान शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और अपर मुख्य सचिव केके पाठक के विवाद में भी सरकार के लिए असहज करने वाले बयान दिए थे।
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