पटना: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार के गठन को एक महीने से ज्यादा वक्त बीत चुका है, लेकिन अभी तक कैबिनेट विस्तार नहीं हो सका है. हालांकि, अब जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार की बात सामने आ रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 15 मार्च को नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है. चर्चा है कि 13 मार्च तक संभावित मंत्रियों के नाम हो जाएंगे. सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव का ऐलान होने से पहले ही बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार होना है. अगर आदर्श आचार संहिता लागू हो गई तो ये काम लटक जाएगा. वहीं विदेश दौरे से वापस आते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पहला फोकस अपनी कैबिनेट का विस्तार करने पर हैं।
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मिलाकर उनके मंत्रिमंडल में अभी कुल 9 मंत्री हैं. एक-एक मंत्री के पास कई विभागों की जिम्मेदारी है. कई मंत्रियों के पास तो आधा दर्जन से अधिक महकमों का प्रभार है. इससे विकास कार्यों की गति प्रभावित हो रही है. विपक्ष लगातार इसको लेकर सरकार पर हमलावर रहा है. विपक्ष का कहना है कि एनडीए में मची खींचतान के कारण 28 जनवरी से अभी तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो सका है. वहीं सत्तापक्ष की ओर ‘ऑल इज वेल’ की बात कही जा रही है।
इस बीच सूत्रों के मुताबिक 15 मार्च को राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार संभव है. कहा जा रहा है कि एमएलसी चुनाव संपन्न होते ही नीतीश कुमार की कैबिनेट का विस्तार होगा. सूत्रों के मुताबिक, सीएम नीतीश के वापस लौटते ही बीजेपी नेताओं के साथ बैठक करने वाले हैं. इस बैठक में सीट शेयरिंग और मंत्रीपद को लेकर फाइनल राउंड की बातचीत हो सकती है. लोकसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी की ओर से नीतीश मंत्रिमंडल में युवाओं को तरजीह दी जा सकती है. भगवा पार्टी जातीय और क्षेत्रीय समीकरण को साधते हुए कई नए चेहरों को मौका दे सकती है।
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