बिहार में लॉकडाउन के बाद दूसरे प्रदेश से आए अब-तक 12 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें पटना के तीन, बांका के दो, गया, पूर्वी चंपारण, सारण, भागलपुर, भोजपुर, औरंगाबाद और अरवल जिले के एक-एक व्यक्ति है। अब-तक 73 लाख 71 हजार घरों में कोरोनां संक्रमण को लेकर स्क्रीनिंग की गई है, जिनमें 2573 लोगों में सर्दी, खांसी और बुखार से सामान्य लक्षण मिले हैं। इनमें 1900 के सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे बिहार के श्रमिकों के 21 लाख आवेदन मंजूर कर लिये गए हैं। इनमें से 15.50 लाख के खाते में एक-एक हजार की सहायता राशि भेज दी गई है। जबकि कुल आवेदन 24.39 लाख आए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शेष आवेदनों की जांच कर शीघ्र उनसभी के खाते में राशि हस्तांतरित करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री रोज समीक्षा कर कोरोना संक्रमण की स्थिति और उपचार की व्यवस्था तथा लॉकडाउन में चलाए जा रहे राहत कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि राज्य के विभिन्न शहरों में अभी 202 आपदा राहत केंद्र चलाए जा रहे हैं, जिनमें 72 हजार 261 लोग रह रहे हैं। इन्हें भोजन और चिकित्सकीय सुविधाएं दी जा रही हैं। स्कूलों में 1116 क्वरंटाइन कैंप बनाए गए हैं, जिनमें अभी 9764 लोग रह रहे हैं।
रमजान में विशेष व्यवस्था की गई
उन्होंने कहा कि बिहार फाउंडेशन द्वारा नौ राज्यों के 12 बड़े शहरों में 54 राहत केंद्र चालए जा रहे हैं, जहां पर लोगों को भोजन और राशन पैकेट दिए जा रहे हैं। इन केंद्रों पर रमजान के शुरू होने के बाद से विशेष व्यवस्था की गई है। ताकि अल्पसंख्य समुदाय के लोगों को रमजान के दौरान दोनों समय सुविधा प्रदान किया जा सके।
वाहन मालिकों से दस करोड़ वसूले
लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले वाहन मालिकों से अभी तक दस करोड़ 15 लाख जुर्माना बिहार पुलिस ने वसूला है। एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस दौरान 44102 वाहनों को जब्त किया गया है। वहीं 1566 प्राथमिकी दर्ज की गई है।
Source: Hindustan
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