लॉकडाउन के बीच 24 अप्रैल से शुरू हो रहे रमजान को लेकर पुलिस मुख्यालय ने फील्ड में तैनात पुलिस अधिकारियों को अलर्ट किया है। डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय और एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने गुरुवार को इस संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। जितेंद्र कुमार ने लॉकडाउन-2 को लेकर जारी दिशा-निर्देश का सख्ती से अमल कराने को कहा।
कोई भी पुलिस कर्मी किसी भ्रम में न रहे
डीजीपी ने जिलों में पुलिस कर्मियों के कामकाज को लेकर खूबियां और खामियां भी गिनाईं। उन्होंने कहा कि एक-एक शहर और गांव-गांव की रिपोर्ट सीधे मुझे मिल रही है। कोई भी पुलिस कर्मी किसी भ्रम में न रहे। रेंज आइजी-डीआइजी और एसएसपी-एसपी को बारीकी से थाने के स्तर पर ब्रीफिंग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। कहा कि जरूरतमंद को प्रताडि़त नहीं किया जाए। लेकिन यह भी ध्यान रहे कि लॉकडाउन की अनदेखी कर लोग रोड पर मटरगश्ती न करें। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस सख्ती से पेश आए। रमजान के दौरान विशेष सतर्कता बरतने और माहौल खराब करने वालों पर पैनी नजर रखने को लेकर अगाह किया। लोगों को शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए सचेत करें। थाना पुलिस की जिम्मेदारी तय करें।
मेडिकल टीम व पुलिस से अभद्रता बर्दाश्त नहीं
कोरोना जांच करने जा रही मेडिकल टीम और पुलिस पर हमला करने वालों को भी डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने चेताया है। कहा कि हमला करने वाला कोई भी हो उसको वह छोड़ेंगे नहीं। जेल में सड़ा देंगे। कोई पैरवी काम नहीं आएगी। औरंगाबाद में हमला करने वाले 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिन लोगों पर केस दर्ज किया गया, सभी पर गुंडा एक्ट भी लगा है।
बता दें कि कोरोना जाांच करने जा रही मेडिकल टीम और जवानों पर बिहार में लगातार हमला हो रहा है। बुधवार को औरंगाबाद में मेडिकल टीम जांच करने गई थी। इस दौरान ग्रामीणों ने उसपर हमला कर दिया। पुलिस कर्मियों पर हमले की सूचना पर एसडीपीओ गए तो उन पर भी ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इसी तरह का वाकया पूर्वी चंपारण जिले में भी सामने आया है।
Source: Jagran
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