कोरोना वायरस का जख्म देने के बाद चीन अभी भी हार मानने को तैयार नहीं है. अब चीन से भारतवासियों के लिए दिक्कतें बढ़ाने वाली खबर सामने आ रही है. यह खबर कंज्यूमर ड्यूरेबल्स प्रोडक्ट से जुड़ी हुई है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो चीनी सप्लायर कंज्यूमर ड्यूरेबल्स से जुड़े सामानों की कीमतों में वृद्धि कर सकते हैं. नतीजत ये सामान महंगे हो जाएंगे और ऐसे में भारत के निर्माताओं को मजबूरन अपने प्रोडक्ट्स के भाव बढ़ाने पड़ सकते हैं. क्योंकि भारत के उत्पादक चीन से ही 70 फीसदी कच्चा माल खरीदते हैं.
टीवी, फ्रिज, एसी, वाशिंग मशीन बनना सब हो जाएगा महंगा
हाल ही में फिक्की ने केंद्र सरकार को अपनी एक प्रजेंटेशन में कहा है कि चीन के सप्लायरों ने टेलीविजन पैनल की कीमतों में 15 फीसदी और कंपोनेंट की कीमत में 2 फीसदी वृद्धि कर दी है. इस कारण घरेलू इस्तेमाल में आने वाले सामानों के साथ-साथ टीवी, फ्रिज, एसी, वाशिंग मशीन की मैन्युफैक्चरिंग महंगी हो जाएगी. इस लिए लॉकडाउन के बाद भी भारतीय अर्थव्यवस्था के सामने एक बड़ी चुनौती है.
उद्योग जगत के लिए 9-10 लाख करोड़ रुपये तक के राहत पैकेज जरूरी
इसके अलावा फिक्की ने इस मुश्किल घड़ी से उद्योग जगत और अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए भारत सरकार के समक्ष उद्योग जगत को करीब 9-10 लाख करोड़ रुपये का स्टिमुलस पैकेज देने का सुझाव दिया है.
दवाइयां भी होंगी महंगी
वही खबरें यह भी हैं कि चीन ने कुछ एक्टिव फार्मा इंग्रेडिएंट -एपीआई- की दरों में भी 40 से 50 फीसदी तक की वृद्धि कर दी है. जबकि देश की अधिकतर कंपनियां चीन से एपीआई से लेती हैं, क्योंकि भारत की कुछ ही कंपनियां इसका निर्माण करती है. ऐसे में दवाइयां भी महंगी होने की पूरी संभावना है.
बता दें कि एपीआई का इस्तेमाल दवाओं के निर्माण में होता है.
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